रुपया कमजोर, FDI रिकॉर्ड पर: भारत का आर्थिक चमत्कार

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By - jordarkhabar.in
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सोचिए, रुपया डॉलर के आगे सिर झुका रहा है, 91.08 तक गिर गया, लेकिन उसी वक्त विदेशी कंपनियां भारत में 81 बिलियन डॉलर की रिकॉर्ड निवेश कर रही हैं! ये paradox क्या है? एक तरफ RBI को डॉलर बेचने पड़ रहे हैं, दूसरी तरफ Amazon, Microsoft जैसी tech giants भारत को अपना भविष्य मान रही हैं। 2025 के आखिर में भारत की economy 8.2% की रफ्तार से दौड़ रही है, दुनिया को चौंका रही है। ये कहानी सिर्फ नंबर्स की नहीं, लाखों नौकरियों, growth और भविष्य की है जो हर भारतीय को छूएगी।



रुपया क्यों गिरा इतना?

दिसंबर 2025 में रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर 91.08 पर पहुंच गया। विदेशी निवेशक equity और bond से 18 बिलियन डॉलर निकाल ले गए, FDI repatriation बढ़ गया। RBI ने 17 दिसंबर को अरबों डॉलर बेचे ताकि और गिरावट रुके। लेकिन ये गिरावट सिर्फ अंदरूनी नहीं, US trade deal की देरी और global outflows ने दबाव डाला। जनवरी से अब तक 6% कमजोर हो गया रुपया, Asia की सबसे खराब currencies में शुमार। आम आदमी को import महंगे होने से petrol, electronics के दाम बढ़े, लेकिन export competitive हो गए। RBI कहता है ये external factors हैं, domestic economy मजबूत है। ये दबाव temporary लगता है क्योंकि Real Effective Exchange Rate अब competitive हो गया है।

FDI का रिकॉर्ड तूफान

FY 2024-25 में भारत को 81.04 बिलियन डॉलर FDI मिला, पिछले साल से 14% ज्यादा। Services sector ने 19% हिस्सा लिया, manufacturing 18% बढ़ा। Singapore 30%, Mauritius 17%, US 11% से आया पैसा। दिसंबर में Amazon ने 35 बिलियन डॉलर 2030 तक invest करने का ऐलान किया, AI और logistics पर। Microsoft ने 17.5 बिलियन, Google ने October में 15 बिलियन Andhra Pradesh AI hub के लिए। EFTA ने 100 बिलियन 15 सालों में। July-September quarter में FDI 20.5% बढ़कर 16.4 बिलियन। ये निवेश लाखों jobs लाएंगे, cloud, AI, data centers boost होंगे। Maharashtra, Karnataka, Delhi टॉप states।

RBI का स्मार्ट कदम और growth

दिसंबर में RBI ने repo rate 25 bps काटकर 5.25% किया, growth support के लिए। साथ ही 1 ट्रिलियन bond खरीद program और 5 बिलियन dollar-rupee swap। Current account deficit Q2 FY26 में 12.3 बिलियन या 1.3% GDP। Gold import बढ़े तो Q3 में 2.5% तक जा सकता है। लेकिन economy ने 8.2% growth दिखाई Q3 में, expectation 7.3% से ऊपर। Government ने full year forecast 7% किया। Commerce Secretary ने कहा US trade deal जल्द, tariffs 50% से 15-16% हो सकते हैं। ये steps liquidity बढ़ाएंगे, loan सस्ते होंगे, business को फायदा।

तो ये paradox भारत का strength दिखाता है - रुपया गिरा लेकिन निवेश और growth रिकॉर्ड पर। Tech giants का भरोसा, RBI की smart policy से 2026 मजबूत लग रहा है। आम आदमी के लिए jobs, सस्ते loan, export boom का मौका। क्या भारत दुनिया की top economy बनेगा? ये momentum जारी रहा तो हां। अपडेट्स के लिए RBI साइट चेक करें, economic times फॉलो करें। भारत आगे बढ़ रहा है, साथ चलें!

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