Meghalaya की हरी-भरी घाटियों में शुरू हुआ इंदौर के राजा और सोनम का हनीमून अब देश की सबसे बड़ी क्राइम कहानी बन चुका है। 23 मई को लिविंग रूट ब्रिज के पास राजा गायब हुआ, और 2 जून को उसका गला कटा शव एक झरने के पास मिला। अब पुलिस इस हत्या की असली सच्चाई जानने के लिए सोनम और बाकी चार आरोपियों के साथ उसी जगह पूरी घटना को फिर से दोहरा रही है। हर एक स्टेप, हर एक हरकत, और हर एक शक को सामने लाया जा रहा है।
मोबाइल और कैमरे ने खोला पूरा खेल
जांच में पुलिस को राजा और सोनम की आखिरी लोकेशन मोबाइल और CCTV से मिली। 23 मई को दोनों लिविंग रूट ब्रिज के पास थे, फिर अचानक दोनों के फोन बंद हो गए। कई दिन बाद राजा का शव झरने के पास मिला। इसके बाद सोनम अलग-अलग रास्तों से वापस पहुंची, जिससे शक और गहरा हो गया।
शादी नहीं, पहले से बना था साज़िश का प्लान
जांच में खुलासा हुआ है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा को रास्ते से हटाने का प्लान पहले ही बना लिया था। चार लोग पैसे देकर इस काम में लगाए गए थे। हत्या के तीन दिन बाद सोनम अकेली स्कूटी पर वापस लौटी ताकि दिखा सके कि कुछ हुआ ही नहीं।
घटना को फिर से दोहराकर ढूंढे जा रहे सुराग
SIT ने सोनम और बाकी चार आरोपियों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में लिया है और अब सभी को लेकर वो उसी जगह पहुंची है जहां ये सब हुआ था। पूरा सीन फिर से किया जा रहा है — कौन कब कहां गया, क्या पहना था, क्या बोला गया, सब कुछ। पुलिस को हर छोटी-बड़ी बात में जवाब चाहिए ताकि कोई भी बात छूट न जाए।
परिवारों में बिखराव और गुस्सा
सोनम के भाई गोविंद ने साफ कहा है कि अब उनका अपनी बहन से कोई रिश्ता नहीं। उनका कहना है कि अगर वो दोषी पाई गई तो फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उधर राजा का परिवार भी इंसाफ की मांग कर रहा है और इस पूरे मामले में एक कड़ा फैसला चाहता है।
एक हनीमून जो खुशियों की शुरुआत होनी थी, अब साज़िश, धोखा और गहरे रहस्य की कहानी बन चुका है। अगले आठ दिन बहुत जरूरी हैं—हर एक स्टेप से पता चलेगा कि किसने क्या किया और क्यों किया। जब तक कोर्ट में सबूत नहीं बोले, तब तक ये कहानी खत्म नहीं होगी। अगली अपडेट के लिए जुड़े रहिए।
