12 जून 2025 को दोपहर करीब 1:38 बजे एयर इंडिया का एक बड़ा विमान (फ्लाइट नंबर AI171) अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जाने के लिए उड़ा था। लेकिन उड़ान भरते ही कुछ ही मिनट में वह क्रैश हो गया। उस विमान में कुल 242 लोग सवार थे — जिसमें से लगभग 204 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह खबर सुनकर पूरे देश में डर फैल गया। यह बहुत ही दर्दनाक हादसा था। इतना भयानक था कि किसी की भी रूह काँप जाए। एक आदमी किसी चमत्कार की तरह बचा, लेकिन बाकी सब खत्म हो गए।
कैसे हुआ हादसा – पायलट ने भेजा मदद का संदेश
ये विमान सबसे पहले सुबह दिल्ली से अहमदाबाद आया था। थोड़ी देर बाद, दोपहर 1:39 बजे ये अहमदाबाद से लंदन के लिए फिर से उड़ान भरने लगा। लेकिन उड़ते ही करीब 30 सेकंड के अंदर कुछ गड़बड़ हो गई। पायलट ने तुरंत एयरपोर्ट वालों को ‘Mayday’ बोला — जो कि एक खास इमरजेंसी मैसेज होता है। इसका मतलब होता है कि विमान को बहुत बड़ी परेशानी हो गई है, और तुरंत मदद चाहिए। फिर कुछ ही देर में विमान तेजी से नीचे गिरने लगा।
जहां गिरा विमान, वहां मची तबाही
विमान शहर के अंदर, BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के पास की बस्ती में गिरा। जब बचाव टीम पहुंची तो चारों तरफ आग लगी हुई थी, और काला धुंआ उठ रहा था। कई घरों को भी नुकसान हुआ। जलते हुए टुकड़ों और मलबे में से 204 लोगों के शव निकाले गए। हादसा इतना बड़ा था कि लोग चीख रहे थे, कोई किसी की मदद नहीं कर पा रहा था।
एक आदमी की जान बची – चमत्कार से कम नहीं
पूरे हादसे में एक अकेला आदमी जिंदा बच पाया — 40 साल का ब्रिटिश-भारतीय व्यक्ति Vishwash Kumar Ramesh। वह विमान में सीट नंबर 11A पर बैठा था। उसने बताया, “जैसे ही एक तेज धमाका हुआ, विमान हिलने लगा और कुछ ही पल में नीचे गिरा। मैंने जैसे-तैसे सीट बेल्ट खोली और खिड़की से कूदकर जान बचाई।” उसकी हालत भी गंभीर है, लेकिन वो जिंदा है — और यही सबसे बड़ी बात है।
अब तक की सबसे बड़ी जांच और मदद का ऐलान
ये पहली बार हुआ है कि Boeing 787 नाम का ये विमान ऐसा हादसे का शिकार हुआ है। इसलिए अब इसकी पूरी जांच बहुत बड़े स्तर पर हो रही है। इसमें भारत के साथ-साथ अमेरिका की एजेंसी NTSB, ब्रिटेन की AAIB, विमान बनाने वाली कंपनी Boeing और इंजन बनाने वाली कंपनी GE Aerospace सब जांच में शामिल हैं। एयर इंडिया की मालिक Tata Group ने ऐलान किया है कि हर मरे हुए व्यक्ति के परिवार को ₹1 करोड़ रुपये मुआवजा मिलेगा। साथ ही घायलों का इलाज भी फ्री में कराया जाएगा।
जांच में सबसे अहम सबूत माना जाने वाला ब्लैक बॉक्स मलबे से बरामद कर लिया गया है। इसी डिवाइस में पूरी उड़ान के दौरान की आवाजें और सिस्टम की रिकॉर्डिंग होती है। एक्सपर्ट्स अब इसकी मदद से यह जानने की कोशिश करेंगे कि हादसा आखिर क्यों हुआ, और आखिरी मिनटों में विमान में क्या हुआ था।
