पीएम मोदी पहुंचे अहमदाबाद क्रैश साइट, मिले अकेले जिंदा बचे यात्री से

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By - jordarkhabar.in
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे की जगह का दौरा किया। यहां बी. जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में गिरे विमान से 241 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि जमीन पर भी 24 लोगों ने जान गंवाई। PM मोदी ने इस घटना को "दिल दहला देने वाली" बताते हुए मृतकों के परिवारों के साथ एकजुटता जताई। उन्होंने अस्पताल में भर्ती एकमात्र जिंदा बचे यात्री विश्वासकुमार रमेश से भी मुलाकात की, जिन्होंने बताया कि कैसे वो इस भीषण हादसे से बच निकले।


PM मोदी अहमदाबाद क्रैश साइट पर
PM मोदी ने क्रैश साइट का जायजा लिया

कैसे बचा एकमात्र यात्री? उसकी जुबानी पूरी कहानी

40 साल के विश्वासकुमार रमेश, जो ब्रिटेन-भारत के ड्यूल नागरिक हैं, इस हादसे में एकमात्र जिंदा बचे यात्री हैं। उनकी सीट नंबर 11A थी जो इमरजेंसी एक्जिट के पास थी। रमेश ने PM मोदी को बताया: "विमान उड़ान भरने के बाद ऊंचाई नहीं पकड़ पाया। फिर अचानक ये एक बिल्डिंग से टकराया और धमाका हुआ। मैंने तुरंत सीटबेल्ट खोला और टूटे हुए विमान के हिस्से से रेंगकर बाहर निकला।" डॉक्टरों के मुताबिक, रमेश के शरीर में 65% जलन है, लेकिन वो अब स्थिर हैं।


PM मोदी ने क्या कहा? क्या है जांच की लेटेस्ट स्थिति?

PM मोदी ने घटनास्थल पर मीटिंग की और अधिकारियों को तुरंत राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा: "ये दृश्य देखकर दिल दुख जाता है। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं।" जांच में पाया गया है कि विमान के इंजन में समस्या थी और ये टेकऑफ के बाद ठीक से ऊपर नहीं उठ पाया। ब्लैक बॉक्स मिल चुका है और अब ये पता लगाया जा रहा है कि क्या मैकेनिकल खराबी या ह्यूमन एरर इसकी वजह थी। भारत सरकार ने एयर इंडिया के सभी ड्रीमलाइनर विमानों की जांच का आदेश दिया है।


कौन-कौन थे पीड़ित? किसे-किसे गंवानी पड़ी जान?

इस हादसे में 241 यात्रियों के अलावा जमीन पर मेडिकल कॉलेज के 24 छात्रों की भी मौत हो गई। मृतकों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं। पूर्व गुजरात सीएम विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे और उनकी मौत हो गई। PM मोदी ने रूपाणी के परिवार से मुलाकात कर उन्हें संबल दिया। अस्पताल में अभी भी 30 से ज्यादा घायल इलाज करवा रहे हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बनी हुई है।


ये भारत के इतिहास का सबसे भीषण विमान हादसों में से एक है। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का ये पहला घातक क्रैश है। जब PM मोदी ने अस्पताल से निकलते हुए मीडिया से बात की, तो उनकी आंखें नम थीं। उन्होंने कहा: "हम इस दुख की घड़ी में हर परिवार के साथ हैं। सरकार हर संभव मदद करेगी।" अब सवाल ये है कि क्या इस त्रासदी से भारतीय एविएशन सेक्टर को कोई सबक मिलेगा? क्या ऐसे हादसों को रोकने के लिए और सख्त नियम बनाए जाएंगे? 


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