आज का दिन भाई-बहन के प्यार और रिश्ते की मजबूती का प्रतीक है। 9 अगस्त 2025 को पूरे देश में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रक्षाबंधन पर एक सदी में एक बार आने वाला शुभ योग बन रहा है, जिससे इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करेंगी, तो भाई उनकी रक्षा का वचन देंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज राखी बांधने का सबसे शुभ समय क्या है? और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है? चलिए, जानते हैं पूरी डिटेल्स।
कब है राखी बांधने का सबसे शुभ समय?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार रक्षाबंधन का सबसे अच्छा समय सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक है। इस दौरान अगर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधेंगी, तो उन्हें ज्यादा फायदा मिलेगा। सबसे शुभ मुहूर्त 'अभिजीत मुहूर्त' सुबह 11:59 बजे से 12:53 बजे तक है। इस समय राखी बांधने से भाई की उम्र लंबी होने के साथ-साथ घर में सुख-समृद्धि भी आती है। वहीं, दिल्ली और आसपास के इलाकों में राहु काल सुबह 9:08 बजे से 10:47 बजे तक है, इस दौरान राखी बांधने से बचना चाहिए। अलग-अलग शहरों में समय थोड़ा अलग हो सकता है, इसलिए लोकल टाइमिंग चेक कर लें।
क्या है इस बार का खास योग?
इस बार रक्षाबंधन पर सौभाग्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग एक साथ बन रहा है, जो लगभग 100 साल बाद ऐसा संयोग बना है। ज्योतिषियों के मुताबिक, इस योग में राखी बांधने से भाई-बहन दोनों को जीवनभर सुख और सफलता मिलती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा का वचन दिया था, जब उन्होंने उनकी उंगली पर कपड़ा बांधा था। इसी तरह, यमुना ने यमराज को राखी बांधकर अमरत्व का वरदान पाया था। इसलिए इस दिन राखी का धागा सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि एक पवित्र वचन होता है।
कैसे मनाएं रक्षाबंधन? जानें पूरी रस्म
रक्षाबंधन के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना शुभ माना जाता है। इसके बाद बहनें एक थाली में राखी, रोली, चावल, मिठाई और दीया सजाकर भाई की आरती उतारती हैं। फिर भाई के माथे पर तिलक लगाकर राखी बांधी जाती है। इस दौरान मंत्र "येन बद्धो बली राजा..." पढ़ने की परंपरा है। भाई बहन को उपहार देता है और उसकी रक्षा का वादा करता है। आजकल जो लोग दूर रहते हैं, वे कुरियर या ऑनलाइन तरीके से राखी भेजते हैं। कुछ लोग वीडियो कॉल पर भी राखी बांधने की परंपरा निभा रहे हैं।
रक्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की अटूट डोर है। इस बार का शुभ योग इसे और भी खास बना रहा है। तो आज अपने भाई या बहन के साथ यह पल जरूर सेलिब्रेट करें। अगर वो दूर हैं, तो एक कॉल करके उन्हें जरूर याद करें। क्योंकि ये रिश्ता सिर्फ खून का नहीं, बल्कि दिलों का है। सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!
