अगर आपको लगता था कि भारत की अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है, तो ताज़ा आंकड़े आपको गलत साबित कर देंगे! जी हां, भारत की GDP (सकल घरेलू उत्पाद) ने इस साल पहली तिमाही (Q1) में 7.4% की जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है, जो अर्थशास्त्रियों के अनुमानों से भी बेहतर है। ये आंकड़े साबित करते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी भी दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है। लेकिन सवाल ये है कि आखिर किन सेक्टर्स ने इस ग्रोथ में सबसे बड़ा योगदान दिया? और क्या ये ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा?
कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने मचाया धमाल
इस बार की GDP ग्रोथ में सबसे बड़ा हाथ कंस्ट्रक्शन (निर्माण) और मैन्युफैक्चरिंग (विनिर्माण) सेक्टर का रहा। सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट की वजह से कंस्ट्रक्शन सेक्टर ने 10.8% की ग्रोथ दर्ज की, जबकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने 4.8% का योगदान दिया। हालांकि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ पिछले साल के मुकाबले कम रही, जिसकी वजह ग्लोबल सप्लाई चेन में आई दिक्कतें बताई जा रही हैं।
किसानों के लिए भी अच्छी खबर, एग्रीकल्चर सेक्टर में तेजी
पिछले कुछ सालों से एग्रीकल्चर (कृषि) सेक्टर संघर्ष कर रहा था, लेकिन इस बार किसानों के लिए राहत भरी खबर है। बेहतर मानसून और सरकारी योजनाओं की वजह से एग्रीकल्चर सेक्टर ने 5.0% की ग्रोथ दर्ज की, जो पिछले साल के मुकाबले काफी बेहतर है। एक किसान रमेश पटेल ने हमें बताया, "इस बार फसल अच्छी हुई है, लेकिन अब भी कीमतें ठीक नहीं मिल रही। सरकार को हमारी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।"
मार्केट और निवेशकों पर क्या असर पड़ा?
GDP के इन आंकड़ों के बाद शेयर मार्केट में तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही 1% से ज्यादा ऊपर चले गए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ये ट्रेंड जारी रहा, तो भारत जल्द ही जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। हालांकि, कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे कि अमेरिका के साथ ट्रेड टेंशन और शहरी इलाकों में कमजोर कंज्यूमर डिमांड।
तो कुल मिलाकर, भारत की अर्थव्यवस्था ने एक बार फिर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है। लेकिन अभी भी कुछ सेक्टर्स, जैसे कि मैन्युफैक्चरिंग और रियल एस्टेट, को पूरी तरह से रिकवर होने में वक्त लग सकता है। अगर सरकार सही नीतियां बनाती है और ग्लोबल हालात सुधरते हैं, तो आने वाले समय में भारत की GDP और भी तेजी से बढ़ सकती है। तब तक के लिए, ये आंकड़े निश्चित तौर पर देशवासियों के लिए गर्व की बात हैं!
