गुरुग्राम के सेक्टर 57 में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां एक पिता ने अपनी ही बेटी को गोलियों से भून डाला। 25 साल की राधिका यादव, जो एक प्रोफेशनल टेनिस प्लेयर थीं, को उनके पिता दीपक यादव ने घर के किचन में गोली मार दी। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपक ने तीन गोलियां चलाई थीं, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में राधिका के शरीर से चार गोलियां निकली हैं। ये मामला तब और भयावह हो जाता है जब पिता ने पुलिस को बताया कि वो खुदकुशी करने के बारे में सोच रहा था, लेकिन उसने अपनी बेटी को मारने का फैसला किया।
क्या कहती है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इस मामले में नया मोड़ दे दिया है। पुलिस के शुरुआती दावों के मुताबिक दीपक यादव ने राधिका को पीछे से तीन गोलियां मारी थीं जब वो किचन में खाना बना रही थीं। लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया है कि राधिका को चार गोलियां लगी थीं और ये सारी गोलियां छाती में लगी थीं। इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या दीपक ने सच में पीछे से गोली मारी थी या फिर वो सामने से गोली चलाई थी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर गोलियां छाती में लगी हैं तो ये संभव है कि शूटिंग फेस टू फेस हुई हो। पुलिस अब इस पूरे मामले की फिर से जांच कर रही है।
पिता ने पुलिस को क्या बताया?
दीपक यादव ने पुलिस को बताया कि वो पिछले 15 दिनों से डिप्रेशन में था। उसका कहना है कि उसके गांव वजीराबाद के लोग उसका मजाक उड़ाते थे कि वो अपनी बेटी के पैसों पर जी रहा है। राधिका ने एक टेनिस एकेडमी खोली थी जिससे अच्छी कमाई हो रही थी। दीपक का कहना है कि वो बार-बार राधिका से एकेडमी बंद करने को कहता था लेकिन राधिका नहीं मानी। इसके अलावा दीपक को राधिका के सोशल मीडिया पोस्ट्स और एक म्यूजिक वीडियो "करवां" भी पसंद नहीं आया था जिसमें राधिका रोमांटिक सीन्स में दिखी थीं। दीपक ने पुलिस को बताया कि वो खुदकुशी करने के बारे में सोच रहा था लेकिन आखिर में उसने राधिका को मारने का फैसला किया।
क्या कह रहे हैं लोग और क्या है पुलिस की कार्रवाई?
इस घटना ने पूरे गुरुग्राम को हिला कर रख दिया है। राधिका के दोस्त और एकेडमी के स्टूडेंट्स इस घटना से सदमे में हैं। वहीं पुलिस ने दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब दीपक के कासम गांव में जमीन से गोला-बारूद बरामद करने की कोशिश कर रही है। राधिका की मां मंजू यादव जो शूटिंग के वक्त घर पर ही थीं, उन्होंने अभी तक कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है कि आखिर उन्होंने गोली चलने की आवाज क्यों नहीं सुनी। सोशल मीडिया पर भी ये मामला तेजी से वायरल हो रहा है और लोग पिता के इस कृत्य की निंदा कर रहे हैं।
ये मामला सिर्फ एक हत्या का केस नहीं बल्कि समाज में पितृसत्ता और महिलाओं की आजादी पर गहरा सवाल खड़ा करता है। एक पिता जिसे अपनी बेटी की सफलता से परेशानी थी, जिसे बेटी के फैसले पसंद नहीं थे, उसने क्यों हिंसा का रास्ता चुना? राधिका यादव की मौत सिर्फ एक जिंदगी का अंत नहीं है बल्कि उन सभी लड़कियों के लिए एक सवाल है जो अपने सपने पूरे करना चाहती हैं। पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले के सभी पहलू सामने आएंगे।
