कल यानी 9 जुलाई 2025 को पूरे देश में भारी बंद की आशंका है। 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों की ओर से ऐलान की गई यह हड़ताल देश के 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को प्रभावित कर सकती है। सरकार के नए लेबर कोड्स और आर्थिक नीतियों के खिलाफ यह चौथा बड़ा प्रदर्शन होगा। आम आदमी के लिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि कल उसकी दिनचर्या कैसे प्रभावित होगी? क्या बैंक जाना होगा मुश्किल? क्या बच्चों को स्कूल भेज पाएंगे? आइए जानते हैं पूरी तैयारी...
कल किन सेवाओं पर पड़ेगा असर?
कल अगर आपका बैंक जाने का प्लान है तो आपको दिक्कत हो सकती है। सरकारी बैंकों की अधिकतर शाखाएं बंद रह सकती हैं और चेक क्लीयरेंस जैसे काम रुक सकते हैं। एटीएम में पैसे की कमी हो सकती है। डाकघर भी प्रभावित होंगे। अगर आप कल बस या ट्रेन से सफर करने वाले हैं तो आपको जल्दी निकलना पड़ सकता है। कई राज्यों में सरकारी बसें नहीं चल सकती हैं और प्राइवेट टैक्सी वाले भी हड़ताल में शामिल हो सकते हैं। हालांकि मेट्रो सेवाएं सामान्य रूप से चलने की उम्मीद है। स्कूल-कॉलेज आधिकारिक तौर पर खुले रहेंगे, लेकिन ट्रांसपोर्ट की दिक्कत के चलते कई जगहों पर छात्रों की संख्या कम हो सकती है।
क्यों हो रही है कल की हड़ताल?
कर्मचारी संगठनों का कहना है कि सरकार ने उनकी 17 मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। इनमें नए लेबर कोड्स को वापस लेना, सरकारी नौकरियों में भर्ती बढ़ाना, मनरेगा मजदूरी बढ़ाना और सार्वजनिक कंपनियों का निजीकरण रोकना शामिल है। किसान संगठन भी इसमें शामिल हो रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि सरकार की नीतियां गरीब किसानों और मजदूरों के खिलाफ हैं। पिछले 5 साल में यह चौथा बड़ा भारत बंद होगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेता इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा होगा प्रभाव?
केरल में तो दोहरी मार पड़ सकती है क्योंकि आज 8 जुलाई को प्राइवेट बसों की हड़ताल है और कल भारत बंद। तमिलनाडु और पुडुचेरी में पूर्ण बंद की स्थिति हो सकती है। दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई जैसे बड़े शहरों में सड़क जाम और प्रदर्शन की आशंका है। पंजाब और हरियाणा में किसान संगठनों ने हाईवे ब्लॉक करने की योजना बनाई है। कोयला खदानों और स्टील प्लांट्स जैसी जगहों पर कामकाज पूरी तरह ठप हो सकता है। हालांकि अस्पताल, आपातकालीन सेवाएं और स्टॉक मार्केट सामान्य रूप से काम करेंगे।
कल का दिन देश के लाखों मजदूरों और किसानों के लिए अपनी आवाज उठाने का दिन होगा, लेकिन आम जनता के लिए यह दिन थोड़ी परेशानी लेकर आ सकता है। अगर आपके पास कल कोई जरूरी काम है तो आज ही प्लान बना लें। बैंकिंग काम के लिए डिजिटल पेमेंट का विकल्प चुन सकते हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए ट्रांसपोर्ट का इंतजाम पहले से कर लें। और सबसे जरूरी - शांति बनाए रखें। हड़ताल लोकतंत्र का अधिकार है, लेकिन हिंसा नहीं। कल का दिन हमें यह याद दिलाएगा कि देश की प्रगति में हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है। सरकार और कर्मचारी संगठनों के बीच बातचीत से ही स्थायी समाधान निकलेगा...
