आज भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है! बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक Sensex पहली बार 81,500 के पार गया और 81,523.15 के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। यह 50.18 अंकों (0.06%) की तेजी दर्शाता है। Nifty भी 14.35 अंकों (0.06%) की बढ़त के साथ 24,732.70 के नए शिखर पर पहुंचा। यह शानदार प्रदर्शन मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों (FIIs) की भारी खरीदारी और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक भविष्यवाणियों की वजह से आया है। आइए जानते हैं पूरी कहानी...
विदेशी निवेशकों ने जमकर लगाए पैसे
आज का रिकॉर्ड तोड़ने वाला रैली सबसे ज्यादा विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की वजह से आया है। प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, आज FIIs ने भारतीय शेयर बाजार में ₹6,800 करोड़ से ज्यादा की शुद्ध खरीदारी की। यह पिछले 3 महीनों में सबसे बड़ी दैनिक खरीदारी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक सुधारों को लेकर विदेशी निवेशकों का भरोसा वापस लौटा है। बैंकिंग, ऑटो और एनर्जी सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी देखने को मिली। HDFC बैंक, ICICI बैंक, Reliance Industries और Tata Motors जैसे बड़े स्टॉक्स ने बाजार को ऊपर खींचने में अहम भूमिका निभाई।
GDP ग्रोथ को लेकर सकारात्मक संकेत
देश की अर्थव्यवस्था को लेकर आई हालिया रिपोर्ट्स ने भी निवेशकों का मनोबल बढ़ाया है। RBI ने FY25 के लिए GDP ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाकर 7.3% कर दिया है। इसके अलावा जून में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI डेटा भी मजबूत रहा। मॉनसून की अच्छी बारिश और ग्रामीण मांग में सुधार की उम्मीदों ने भी बाजार को सपोर्ट दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि महंगाई पर काबू पाने से कॉर्पोरेट कंपनियों के मुनाफे में इजाफा होगा। यही वजह है कि निवेशक लंबी अवधि के लिए भारतीय बाजार में पैसा लगा रहे हैं।
क्या कहते हैं मार्केट एक्सपर्ट?
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह रैली मुख्य रूप से फंडामेंटल्स पर आधारित है। आनंद राठी ग्रुप के चेयरमैन आनंद राठी कहते हैं, "81,500 का स्तर पार करना बहुत बड़ी बात है। अब अगला लक्ष्य 82,000 का स्तर हो सकता है।" वहीं, IIFL सिक्योरिटीज के तकनीकी विश्लेषक रमेश वर्मा ने चेतावनी दी है कि "कुछ शेयरों की वैल्यूएशन अब महंगी हो चुकी है। निवेशकों को चुनिंदा तरीके से खरीदारी करनी चाहिए।" सेबी के हालिया आंकड़े बताते हैं कि छोटे निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में सतर्कता और जरूरी हो जाती है।
आज का यह रिकॉर्ड तोड़ने वाला प्रदर्शन दिखाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में दुनिया का भरोसा बढ़ रहा है। विदेशी निवेशकों की भारी खरीदारी और GDP ग्रोथ के सकारात्मक अनुमानों ने बाजार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। हालांकि, जैसा कि हमेशा कहा जाता है - शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव लगे रहते हैं। आम निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करें और बाजार के जोखिमों को समझें। अगले कुछ दिनों में कॉर्पोरेट रिजल्ट्स और ग्लोबल मार्केट ट्रेंड्स पर बाजार की नजर रहेगी। फिलहाल तो भारतीय शेयर बाजार ने एक नया इतिहास रच दिया है, और यह सफर अभी जारी है...
