बेंगलुरु में पिछले 48 घंटे से जारी भारी बारिश ने शहर को जलभराव की गंभीर समस्या में डाल दिया है। साई लेआउट और होरमावु जैसे निचले इलाकों में पानी 4-5 फीट तक चढ़ गया, जिससे सैकड़ों घर डूब गए। विधायक बी बसवराज ने बुलडोजर पर सवार होकर प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। मौसम विभाग ने गुरुवार तक भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
साई लेआउट में डूबे मकान
होरमावु के साई लेआउट में स्थिति सबसे भयावह है। निवासियों ने बताया कि रात भर की बारिश के बाद सुबह तक पानी घुसने से फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान पूरी तरह खराब हो गए। लोगों को नावों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। स्थानीय दुकानदार राजेश ने बताया, "पिछले 5 साल से हर बारिश में यही हाल है, लेकिन नालियों की सफाई नहीं होती।"
15 जिलों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार सहित 15 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी के मुताबिक, 60 किमी/घंटा की रफ्तार से आंधी और गरज के साथ बारिश जारी रह सकती है। मैसूर रोड और कोरमंगला जैसे टेक हब इलाकों में भी सड़कें पानी में डूबी नजर आईं।
नाले बने बाढ़ का कारण
अधिकारियों का मानना है कि बेल्लंदुर झील की मरम्मत के दौरान बनाए गए अस्थायी नाले इस समस्या की मुख्य वजह हैं। नगर निगम के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "अचानक आई भारी बारिश के सामने ड्रेनेज सिस्टम फेल हो गया।" कई इलाकों में JCB मशीनों से पानी निकालने का काम चल रहा है।
प्रशासन ने नागरिकों से घरों में रहने की अपील की है। ट्रैफिक पुलिस ने 20 से ज्यादा प्रमुख सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया है। बेंगलुरु डेवलपमेंट अथॉरिटी ने घोषणा की है कि जलभराव वाले क्षेत्रों में तत्काल निकासी व्यवस्था के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं।
