एशिया में COVID-19 का नया JN.1 वैरिएंट चिंता का वजह बन गया है। सिंगापुर और हांगकांग में संक्रमण में तेज़ी आई है, जबकि भारत में 257 mild cases सामने आए हैं। अधिकांश मरीजों को home isolation में रखा गया है। सरकार और स्वास्थ्य प्राधिकरण सतर्क हैं और जनता से मास्क पहनने, सैनेटाइज करने व सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
JN.1 वैरिएंट की खासियत
JN.1 वैरिएंट, Omicron BA.2.86 का उप-प्रकार, लगभग 30 नई mutations के साथ आया है, जो इसे पहले के प्रकारों से अधिक संक्रामक बनाती हैं। यह variant immunity escape कर सकता है, जिससे पहले संक्रमित या टीकाकृत लोगों में भी दोबारा संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सिंगापुर में पिछले हफ़्ते COVID-19 मामलों में 28% की बढ़ोतरी दर्ज हुई और अस्पताल में भर्ती मरीज बढ़े हैं। हांगकांग में परीक्षणों में पॉजिटिव रेट पिछले एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। स्वास्थ्य प्राधिकरण ने परीक्षण बढ़ा दिए हैं और उच्च-जोखिम समूहों को बुस्टर डोज़ लेने की सलाह दी है।
भारत का हाल: 257 Mild Cases
भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार अब तक 257 सक्रिय COVID-19 मामले हैं, जिनमें से अधिकांश हल्के लक्षण वाले हैं। केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में JN.1 वैरिएंट के कुछ मामले मिले हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती ज़्यादा नहीं हुए। सरकार और राज्य प्रशासन रोज़ाना मामलों पर नज़र रख रहे हैं और परीक्षण सुविधाएँ बढ़ा रहे हैं। जनता से कहा गया है कि किसी में लक्षण दिखें तो तुरंत RT-PCR या Rapid Antigen Test करवाएं और पॉजिटिव आने पर home isolation या COVID केयर सेंटर में रहें। ऑक्सीजन बेड और ICU क्षमता फिलहाल पर्याप्त है, लेकिन आवश्यकतानुसार इमरजेंसी प्लान भी तैयार हैं।
सावधानियाँ व टीकाकरण
विशेषज्ञ कहते हैं कि COVID-19 का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए बुनियादी सावधानियाँ जरूरी हैं। जिन लोगों ने बुस्टर डोज़ नहीं लगवाई है, उन्हें जल्द vaccine केंद्र जाकर बुस्टर शॉट लेना चाहिए। भीड़-भाड़ वाले बाजार, जन परिवहन में मास्क पहनें, हाथ साबुन या sanitizer से नियमित साफ करें और सामाजिक दूरी बनाए रखें। WHO व ICMR ने flu सीज़न के दौरान co-infection की चेतावनी दी है, इसलिए इन्फ्लूएंजा वैक्सीन साथ में लगवाना भी फायदेमंद होगा।
इस नई चुनौती से निपटने के लिए समुदायिक प्रयास महत्वपूर्ण हैं। एशिया में JN.1 वैरिएंट के बढ़ते खतरों के बीच, सही सावधानियाँ अपनाकर हम सुरक्षित रह सकते हैं। सरकारी पोर्टल और विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट से official updates देखें और अपने परिवार को भी सावधान करें। सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें।
